Home » Cricket » पानी पूरी बेचकर क्रिकेटर नहीं बने यशस्‍वी, गढ़ी गई कहानी, कोच ने किया खुलासा, कहा-पहला बैट ही 40 हजार…

पानी पूरी बेचकर क्रिकेटर नहीं बने यशस्‍वी, गढ़ी गई कहानी, कोच ने किया खुलासा, कहा-पहला बैट ही 40 हजार…

[ad_1]

हाइलाइट्स

आईपीएल 2023 में बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं यशस्‍वी
मुंबई इंडियंस के खिलाफ ठोका था तूफानी शतक

नई दिल्‍ली. राजस्‍थान रॉयल्‍स के ओपनर यशस्वी जायसवाल ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 62 गेंदों में ताबड़तोड़ 124 ठोके. बाएं हाथ का यह विस्‍फोटक बैटर आईपीएल 2023 के 9 मैचों में 160 के स्ट्राइक रेट से 428 रन बना चुका है. इसमें एक शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं. यशस्‍वी की मौजूदा फॉर्म के बाद उन पर खबरें बनना तय थीं. इसमें उनकी गरीबी और गोलगप्‍पे बेचने का एंगल भी शामिल था. हालांकि, बचपन के कोच ज्वाला सिंह का कहना है कि यशस्‍वी जायसवाल मुंबई के आजाद मैदान के बाहर पानी पूरी बेचकर नहीं बल्कि कड़ी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचे हैं.

यशस्‍वी 2013 में ज्‍वाला सिंह के संपर्क में आए थे, तब से वह उनके साथ ही रहे. ज्वाला सिंह ने पीटीआई से कहा, “मुझे वास्तव में ये कहानी (पानी पूरी बेचना) पसंद नहीं है. वह कड़ी मेहनत के कारण क्रिकेट खेल रहे हैं. कई लोगों ने आजाद मैदान के पास अपने स्टॉल लगाए. कभी-कभी जब वह शाम को खाली होते थे तो उनकी थोड़ी मदद करते थे. उन्होंने खुद स्टॉल नहीं लगाया. ऐसा नहीं है कि उसने पानी पूरी बेची और भारत के लिए खेला.”

ज्‍वाला सिंह ने यशस्‍वी के पिता भूपेंद्र सिंह का जिक्र करते हुए कहा, “मैं उनसे 25 दिसंबर 2013 को मिला था. उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं उनके जीवन में भगवान की तरह आया हूं. आप इससे झाड़ू लगवाओ, पोछा करवाओ, बस इसको अपने साथ रखना और क्रिकेटर बनाना. ज्‍वाला सिंह ने कहा था कि यशस्‍वी के घरवालों ने एक तरह मुझे उसकी पावर ऑफ अटॉर्नी दे दी थी.

Kohli vs Gambhir: 20 दिन से सुलग रही थी आग? हार का हिसाब पूरा होते ही भड़की, खेल भावना हुई खाक!

10 साल तक रहे कोच के घर में
ज्‍वाला सिंह ने बताया कि यशस्‍वी जायसवाल 10 साल तक उनके घर में रहे. मैंने उसे अपने बेटे की तरह समझा. 2013 के बाद उसे किसी तरह का संघर्ष नहीं करना पड़ा. मैंने उसे पहला बैट कॉन्ट्रेक्ट 40 हजार रुपये में दिलवाया था. मैंने उसे वे बल्ले दिलाए जो इंटरनेशनल खिलाड़ी रखते हैं. ज्‍वाला सिंह के मुताबिक, 2013 के बाद से गरीबी की कोई बात नहीं है. जो भी था 2013 से पहले था. इस तरह की कहानियों के चलते यशस्‍वी और मैं, दोनों परेशान हो जाते हैं.

बैटिंग में सुधार के लिए भेजा इंग्‍लैंड
ज्‍वाला सिंह ने बताया कि उन्‍होंने एक बार यशस्‍वी जायसवाल को बैटिंग तकनीक में सुधार के लिए इंग्लैंड भेजा था. उन्होंने कहा, “मैंने उसे अपने खर्चे पर वहां भेजा. मैंने उसके साथ पिता की तरह काम किया है ना कि कोच की तरह. जब कोई करियर शुरू करता है तो गरीबी का एंगल होता है. मेरा भी रहा है, लेकिन जब मैं यशस्वी से मिला तो मैंने उससे यह सब नहीं पूछा. मैं किसी की गरीबी का मजाक नहीं बनाना चाहता. ज्‍वाला सिंह ने कहा, अब अच्छा लगता है कि यशस्‍वी ने पानी पूरी बेची और भारत के लिए खेला, लेकिन तब इस तरह के बयान से वह नाराज हो जाता था.

Asia Cup 2023 रद्द होगा? ACC की तरफ से आया अपडेट, 2 बड़ी बातें सामने आईं

बताया वायरल वीडियो का सच
ज्‍वाला सिंह से जब यशस्‍वी जायसवाल के पानी पूरी बेचने के वायरल वीडियो के बारे में पूछा गया तो उन्‍होंने कहा कि जब वह चर्चा में आया तो कुछ लोग इस तरह का वीडियो चाहते थे. उन्‍होंने निवेदन किया कि यशस्‍वी को ऐसा दिखाएं, जैसे पानी पूरी बेच रहा है. मजाकिया अंदाज में मैंने भी उससे कहा दिया कि जा खड़े हो जा..कर दे.

ज्‍वाला सिंह ने कहा कि यशस्‍वी के करियर में कई लोगों ने अहम रोल निभाया है. इनमें दिलीप वेंगसरकर, वसीम जाफर, उसका स्कूल, क्लब और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन शामिल हैं. यशस्‍वी की कहानी कड़ी मेहनत की है जिससे वह क्रिकेटर बना. मुझे लगता है कि गरीबी के एंगल के बजाए इस बारे में ज्यादा बात होनी चाहिए.

Tags: IPL 2023, Rajasthan Royals, Yashasvi Jaiswal

[ad_2]

Source link

About

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*
*