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IPL Podcast: सिंहासन से उतरी चेन्‍नई सुपर किंग्‍स, टॉप पर पहुंची राजस्‍थान रॉयल्‍स, आज लखनऊ-पंजाब के बीच मुकाबला

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प्ताह भर की क्रिकेट गतिविधियों को समेटे इस पॉडकास्ट के साथ मैं हाजिर हूँ, संजय बैनर्जी का नमस्कार- सुनो दिल से. लाखों भारतीयों के दिलों पर राज करने वाले माही की टीम चेन्नई सुपर किंग्स, आईपीएल के 16वें संस्करण के आधे मैचों की समाप्ति के बाद चोटी पर थी, लेकिन कल रात राजस्थान रॉयल्स ने 32 रन से हराकर उसे सिंहासन से उतार दिया और खुद टॉप पर काबिज हो गया. रॉयल्स इस सीजन सीएसके को अब तक दोनों मैच मे हरा चुका है. वैसे चेन्नई का सफर अब तक शानदार रहा है. नेट रन रेट को अलग कर दें तो तीन टीमें अभी 10-10 पॉइंट्स लेकर अभी टॉप पर काबिज हैं. 

जयपुर का सवाई मानसिंह स्टेडियम वही मैदान है, जहां धोनी ने 18 साल पहले तूफ़ानी शतक लगाकर भारतीय टीम में जगह पक्की की थी. तब से लेकर अब तक धोनी का वह करिश्मा उनको हमेशा नायक की तरह पेश करता रहा है. पर हर बार धोनी अपनी टीम को जीत दिला देंगे, ऐसा हो नहीं सकता. इस बार राजस्थान रॉयल्स ने पहले खेलते हुए 202 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया, यशश्वी जयसवाल ने सीएसके के गेंदबाजों को बेदम कर 77 रन बनाए. फिर युवा ध्रुव जुरेल ने 15 गेंदों पर 34 और देवदत्त पडीक्कल ने 13 गेंदों कर 27 रन बनाकर चेन्नई की मुश्किलें बढ़ा दीं. 

जवाब में डेवोन कॉनवे के जल्दी ही पवेलियन लौट जाने के बाद तो उनकी हार तय सी हो गई. अजिंक्य रहाणे के 15, अंबाती रायुडू के खाता खोले बिना और रुतुराज गायकवाड के 47 रन पर आउट होने से राजस्थान का टॉप पर पहुंचना तय हो गया. मोईन अली और रविन्द्र जडेजा जब तक गियर बदलते, देर हो चुकी थी. राजस्थान को जीत दिलाने में एडम जम्पा के तीन और अश्विन के दो विकेट को भुलाया नहीं जा सकता. 

उधर, आज रात लखनऊ सुपर जायंट्स और पंजाब किंग्स के बीच मोहाली में मुकाबला होना है. सीजन में दोनों के बीच यह दूसरी टक्कर होगी. इससे पहले 15 अप्रैल को मेजबान को उसी के घर मे पंजाब किंग्स ने 2 विकेट से हराया था. लखनऊ को अपने कप्तान लोकेश राहुल और सैम करेन पर भरोसा होगा, तो पंजाब का दारोमदार जिम्बाब्वे के हरफनमौला सिकंदर रजा और अर्शदीप सिंह पर टिका होगा. नियमित कप्तान शिखर धवन अभी भी चोट से उबर नहीं पाये हैं, जिससे सैम करेन ही लीड कर रहे है.

साफ है कि कई टीमों को अपने प्रमुख खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी खल रही है. पंजाब के साथ शिखर धवन का मामला तो है ही, चेन्नई सुपर किंग्स को उनके सबसे भरोसेमंद बेन स्टोक्स, दीपक चाहर और मुकेश चौधरी की कमी भी महसूस हो रही है. बेन स्टोक्स शुरुआत के सिर्फ दो मैच खेल सके हैं. 

गुजरात टाइटंस को केन विलियमसन की सेवा शुरू से ही नहीं मिल रही है. वह पहले ही मैच में कुछ गेंदों के बाद चोटिल हो गये थे. अब हालात यह है कि विलियमसन का आगामी वनडे विश्व कप में खेलना संदिग्ध लग रहा है. ऐसे में यह भी खबर आई है कि अगर विलियमसन समय पर न्यूजीलैंड के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे तो उनको टीम की मेंटोर की भूमिका दी जा सकती है.

हालांकि गुजरात की टीम हार्दिक पंडया की कप्तानी में लगातार बढ़िया खेल रही है. पिछले दो मैचों में उसने लखनऊ और मुंबई को हराकर प्लेआॅफ की ओर बढ़ने का संकेत दिया है. जहां तक गुजरात टाइटंस की बात है, उसके पास राशिद खान के बाद एक और अफगानी स्पिनर नूर अहमद भी हैं. नूर ने मुंबई के खिलाफ तीन विकेट लेकर जीत में अहम भूमिका निभाई. 

मुंबई इंडियंस को उस मैच में 55 रन के बड़े फासले से हार का सामना करना पड़ा. पिछले छह साल में यह उसकी सबसे करारी शिकस्त थी. मुंबई के गेंदबाजों ने इस मैच के अंतिम चार ओवरों में 70 रन लुटा दिये. साफ है कि जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी टीम को खल रही है. जोफ्रा आर्चर भी चोटिल हैं. पांच बार चैंपियन बनने की वजह से मुंबई इंडियंस को आईपीएल की सबसे कामयाब टीम माना जाता रहा है. लेकिन यह सीजन सिर्फ तीन जीत दर्ज कर वह संघर्ष कर रही है. कप्तान रोहित शर्मा और ईशान किशन कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं. बाकी खिलाड़ियों का भी यही हाल है. अब तो कैमरून ग्रीन, तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव भी रन के लिए तरस रहे हैं.

कोलकाता नाइट राइडर्स को श्रेयस अय्यर की कमी खल रही है, पर नीतीश राणा और रिंकु सिंह टीम को संभालने की कोशिश कर रहे हैं. कोलकाता ने अब तक सिर्फ तीन मैच जीते हैं, लेकिन वेंकटेश अय्यर के बाद अब इंग्लिश बल्लेबाज जेसन राय का भी चलना टीम के लिए सुखद है. जेसन राय ने लगातार दो अर्धशतक लगाए हैं. जेसन राय की वजह से कोलकाता नाइट राइडर्स ने लगातार चार हार के बाद जीत का स्वाद चखा, वह भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ. कोलकाता ने सीजन के दोनों मैचों में आरसीबी को हराया है. दो दिन पहले मिली इस जीत में कप्तान नीतीश राणा और रिंकु सिंह के अलावा वरुण चक्रवर्ती भी सही समय पर फॉर्म में लौटे हैं. 

बेंगलोर की टीम हालांकि टेबल के पहले हाफ में है लेकिन उसका प्रदर्शन जिस तरह से हो रहा है वह निराशाजनक है. आठ में से आधे मैचों में हार जाना टीम की मजबूती कतई नही दर्शाती. विराट कोहली टीम के नियमित कप्तान नहीं हैं पर उन्होंने पिछले तीन मैचों में लगातार कप्तानी की है. इसकी वजह इंपैक्ट प्लेयर का नया नियम है. हर टीम इस नियम का लाभ उठाना चाह रही है.

इसी वजह से नियमित कप्तान फाफ डू प्लेसिस पहले बल्लेबाजी के दौरान टीम में तो होते हैं लेकिन जब गेंदबाजी की बारी आती है तो कोई और उनकी जगह लेता है. पिछले मैच में कोलकाता के खिलाफ पहले गेंदबाजी के समय वह टीम में नहीं थे, लेकिन बाद में जब बल्लेबाजी आई तो वह इंपैक्ट प्लेयर के रूप में शामिल हो गये. ऐसे में विराट कोहली को मैच शुरू होते ही कप्तानी संभालनी पड़ रही है. 

विराट कोहली और फाफ डू प्लेसिस का बल्ला इस सीजन में सिर चढ़कर बोल रहा है. दोनों ने सीजन में पांच-पांच अर्धशतक लगाये हैं. इससे आरसीबी की बैटिंग मजबूत हुई है लेकिन उनके गेंदबाजों का धारदार प्रदर्शन होना बाकी है. यही कारण रहा कि दो बार टीम को 200 का आंकड़ा पार करने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा.

सनराइ्जर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स इस बार लगातार नीचे बने हुए हैं. दोनों विदेशी कप्तान टीम की किस्मत नहीं बना पा रहे हैं. ऐडन मारक्रम के शुरुआती दो मैचों में नहीं होने से भुवनेश्वर कुमार की कप्तानी में हैदराबाद जीत नहीं सका. लेकिन बाद के पांच मैचों में मारक्रम भी टीम लीड करते हुए ज्यादा कुछ नहीं पाये. पिछले तीन मैचों में तो मारक्रम का बल्ला भी नहीं चला.

बीच में हैरी ब्रूक ने सनसनीखेज शतक जमाया, बाकी पारियों में वह कुछ नही कर सके. जाहिर है ऐडन मारक्रम, हैरी ब्रूक, मयंक अग्रवाल, राहुल तेवतिया और वाशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ियों के रहते हुए अगर टीम की बल्लेबाजी अच्छी नहीं है तो इसका खमियाजा भुगतना होगा. अब तो वॉशिंगटन सुंदर भी चोटिल होने से बाहर हो चूके हैं जिससे हैदराबाद की परेशानी और भी बढ़ेगी.

बिलकुल निचले पायदान पर जमी दिल्ली कैपिटल्स के बारे में कुछ भी सकारात्मक नजर नहीं आ रहा. सिवाय इसके कि कप्तान डेविड वार्नर युद्ध के मैदान में अकेले खड़े दिख रहे हैं. वार्नर ने अकेले ही सात में से चार मैचों में अर्धशतक ठोका है. ऋषभ पंत की गैर मौजूदगी का असर टीम पर है. पृथ्वी शॉ लगातार निराश कर रहे हैं. उनको पिछले मैच में हैदराबाद के खिलाफ बेंच पर बैठाना पड़ा था. मिचेल मार्श, सरफराज खान और अक्षर पटेल भी टिक नहीं रहे हैं. वैसे दिल्ली ने लगातार पांच हार के बाद पिछले दोनों मैचों में जीत हासिल की है. लेकिन क्या वह इस टेम्पो को बनाए रख सकेगी. 

आईपीएल में अर्शदीप सिंह ने डेथ ओवर्स में रन बचाकर और विकेट लेकर अपने को विशेषज्ञ साबित किया है. उन्होंने पिछले मैच में मुंबई के खिलाफ गजब का प्रदर्शन किया. चार विकेट झटककर अर्शदीप ने पंजाब किंग्स को जीत दिलाई. आखिरी ओवर की खास बात यह भी रही कि उन्होंने मुबई के तिलक वर्मा और नेहाल बधेरा को जब बोल्ड किया तो दोनों बार स्टम्प के दो टुकड़े हो गये.

अर्शदीप की तरह आखिरी ओवर में कमाल की गेंदबाजी करने वालों में कुछ नाम और जुड़ रहे हैं. दिल्ली के मुकेश कुमार ने भी हैदराबाद के खिलाफ इसी तरह का कमाल किया. 145 रन के लक्ष्य के करीब पहुंची हैदराबाद टीम को आखिरी ओवर में जब जीत के लिए 13 रन की जरूरत थी तब ईशांत शर्मा के रहते गेंद मुकेश कुमार को सौंपी गयी, जिसने केवल पांच रन देकर डेविड वार्नर के निर्णय को सही साबित कर किया.

इसी तरह, मोहित शर्मा ने भी लखनऊ के खिलाफ 135 रन के लक्ष्य का बचाव करते हुए गुजरात को जीत दिलाई थी. मोहित शर्मा के आखिरी ओवर में चार गेंदों पर चार विकेट गिरे हलाकि उसमें दो रन आउट भी थे. यह था, सप्ताह भर की क्रिकेट गतिविधियों पर आधारित पॉडकास्ट-सुनो दिल से. संजय बैनर्जी को अनुमति दीजिए, नमस्कार.

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